पृथ्वी का वायुमंडल (Earth's atmosphere)
पृथ्वी के चारो और फैले हुए गैसीय आवरण को पृथ्वी का वायुमंडल कहते है वायुमंडल के अतिरिक्त पृथ्वी का स्थलमंडल ठोस पदार्थो से बना है तथा जलमंडल जल से बना है ा
अंतरिक्ष से पृथ्वी का दृश्य - वायुमण्डल नीला दिखता है |
वायुमंडल के निचले भाग को क्षोभ मंडल ( Troposphere )और, उसके ऊपर के भाग को समताप मंडल (Stratosphere) और, उसके ऊपर के भाग को मध्य मंडल ( Mesosphere ) और, उसके ऊपर के भाग को आयन मंडल ( Ionosphere ) और, उसके ऊपर के भाग को बाह्य मंडल ( Exosphere ) कहते है ा
वायुमंडल का घनत्व एक सा नहीं रहता। समुद्रतल पर वायु का दबाव 760 मिलीमीटर पारे के स्तंभ के दाब के बराबर होता है। ऊपर उठने से दबाव में कमी होती जाती है। ताप या स्थान के परिवर्तन से भी दबाव में अंतर आ जाता है
सूर्य की लघुतरंग विकिरण ऊर्जा से पृथ्वी गरम होती है। पृथ्वी से दीर्घतरंग भौमिक ऊर्जा का विकिरण वायुमंडल में अवशोषित होता है। इससे वायुमंडल का ताप - 68 डिग्री सेल्सियस से 55 डिग्री सेल्सियस के बीच ही रहता है। 100 किमी के ऊपर पराबैंगनी प्रकाश से आक्सीजन अणु आयनों में परिणत हो जाते हैं और परमाणु इलेक्ट्रॉनों में। इसी से इस मंडल को आयन मंडल कहते हैं। रात्रि में ये आयन या इलेक्ट्रॉन फिर परस्पर मिलकर अणु या परमाणु में परिणत हो जाते हैं जिससे रात्रि के प्रकाश के वर्णपट में हरी और लाल रेखाएँ दिखाई पड़ती हैं।
- ऑक्सीजन गैस की मात्रा वायुमंडल में 20.93% है ा तथा यह गैस वायुमंडल मैं 64 किलो मीटर तक फैली हुई है ा
- नाइट्रोजन गैस की मात्रा वायुमंडल मैं 78.08% की है ा
- अक्रिय गैस ऑर्गन की मात्रा वायुमंडल मैं 0.93% की है ा
- कार्बन डाई-ऑक्साइड की मात्रा वायुमंडल मैं 0.03% की है ा
- नियॉन गैस की मात्रा वायुमंडल मैं 0.0018% की है ा
- हीलियम गैस की मात्रा वायुमंडल मैं 0.0005% की है ा
- ओज़ोन गैस की मात्रा वायुमंडल मैं 0.000001% की है ा
4 Comments
Nice
ReplyDeleteOwesome wonderful notes
ReplyDeletethanks
ReplyDeletethanks
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